आज देश को एक ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो देश
को एक प्रभावी नेतृत्व दे सके, जिसके पास निर्णय लेने की क्षमता हो, जिसके पास दूरदर्शिता हो, जिसके पास कुछ कर दिखाने
की क्षमता हो, जो आलोचनाओं से घबराता ना हो, जो आलोचनाओ की परवाह किए बिना अपना काम प्रभावी तरीके से कर सकता हो, जिसको ये पता हो किस समय मे कौन सा निर्णय लेना है,
जो देशवासियों के अंदर उत्साह जगा सके | आज के वर्तमान राजनिती
मे नरेंद्र मोदी ही ऐसे व्यक्ति है जो देश को एक सबल नेतृत्व प्रदान कर सकते है, देश को आगे बढ़ाने की क्षमता अगर किसी मे है तो वो केवल नरेंद्र मोदी मे
है |
आज जो वर्तमान परिस्थिती दिखाई दे रही है वो स्पष्ट रूप से
इंगित कर रही है की देश का अगला प्रधान-मंत्री नरेंद्र मोदी ही होगा |
नरेंद्र मोदी के आस-पास अभी कोई दिखाई नही देता | कल उधमपूर ( जम्मू काशमीर ) मे नरेंद्र मोदी के विजय शॅखनाद रैली से इसकी
शुरूवात हो चुकी है | इस रैली मे उसने तीन एके ( एके-47 , एके-0 और एके-49 ) वाले पाकिस्तानी अजेंटों के बारे मे बारे मे बता कर मोदी
ने ये बता दिया है कि विरोधियो को कब और कहाँ चित्त किया जाता है |
जब से नरेंद्र मोदी को प्रधान-मंत्री पद का उम्मीदवार घोषित
किया गया है तब से भाजपा के विजय का ग्राफ निरंतर आगे बढ़ता दिख रहा है |
भारतीय मीडिया मे अगर आज किसी बात पे चर्चा होती है तो वो केवल नरेंद्र मोदी के उपर
है | नरेंद्र मोदी के बिसाए हुए बिसात पर सभी लोग फंसते जा
रहे है | नरेंद्र
मोदी के विरोधी ये सोचते है की वो नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोल कर उसके विजय रथ को
रोक रहे है, लेकिन उन्हे ये बात समझ मे नही आती है वो उसी
राह मे चल रहे है जिधर उसे नरेंद्र मोदी ले जाना चाहता है | एजेण्डा
भी मोदी का होता है और चर्चा भी मोदी का होता है और अंतिम निशकर्ष भी मोदी का ही होता
है, लोग तो बस उस रास्ते पे चलते जाते है | बीच मे ये उम्मीद जरूर थी कि कांग्रेस
वालो का चुनाव प्रचार थोड़ा ज़ोर पकड़ेगा लेकिन पिछले दिनों के हालात ये बताते है की
अभी मोदी के वियय रथ को रोकने वाला कोई भी आस-पास
नही है | लगता
है की कांग्रेस थक चुकी है और पूरा मैदान नरेंद्र मोदी के लिए छोड रखा है | वो तो भला हो एके-49 का जो कुछ विरोध प्रदर्शन करके लोगो का मनोरंजन कर
रहे है | लोग इन प्रदर्शनो का फिल्मों मे होने वाले
आईटम-सांग की तरह मज़ा लेते है | और पढ़ने मे तो यहाँ तक आया
है की पिछले दो दिनों मे इस आईटम-सांग के उपर पैसे भी बहुत बरस रहे है, बिलकूल
फिल्मों की तरह , जितना ज्यादा अंग- प्रदर्शन उताना ही
ज्यादा दर्शक पैसा फेकने लगते है |
सारे सर्वे , देशी मीडिया और विदेशी मीडिया वालो मे एक आम सहमती है की इस चुनाव मे
सबसे बड़ा दल भाजपा होने वाला है | शुरू मे कुछ संशय था की भाजपा सरकार बना पाएगी या नहीं लेकिन पिछले दो
हफते के हालत बताते है की अगला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आलवा और कोई दूसरा हो
ही नाही सकता | अभी
सवाल केवल ये है की अगली सरकार कितनी मजबूत होगी जो की इस बात पर निर्भर करता है की भाजपा को कितनी सीटें मिलती है | भाजपा को जितनी ज्यादा सीटें मिलगी उतना ही मजबूत सरकार होगा और जितनी कम
मिलेगी उतनी ही मजबूती कम होगी | सारे ओपिनियन पोल के आंकड़ो के सबसे निरशाजनक परिणाम को भी अगर ले तो इसमे भाजपा
को 180 सीटें मिल रही है | इस परिस्थिती मे भी सरकार भाजपा
की हो होगी, राम विलास अपासवान की तरह बाँकी दलों को सहयोग
करने मे कोई परेशानी नाही होगा | इसका आधार ये
है की नरेंद्र मोदी के उम्मीदवार घोषित
करने के पहले सारे राजनीतिक पंडित और विपक्षी दल केवल ये बात करते थे कि नरेंद्र
मोदी के उम्मीदवारी से कोई भाजपा के साथ नही जाएगी, और लोगो को
भी इन बातो मे थोड़ा दम नजारा आता था, लेकिन जैसे-जैसे देश चुनाव की तरफ बड़ रहा है वैसे
वैसे ही ये बाते निर्मूल साबित हो रही है | इस स्थिती मे बस होगा
इतना की ये सरकार उतनी प्रभाव पूर्ण तरीके से काम नही कर पाएगी जिसकी लोग अपेक्षा कर
रहे है, नरेंद्र मोदी के क्षमताओ का पूरा उपयोग नही हो पाएगा
लेकिन फिर भी वर्तमान सरकार से तो काम बहूंत अच्छा ही होगा |
| इसलिए भाजपा के समर्थको का अभी केवल एक ही प्रयास चल रहा है कि कैसे ज्यादा से ज्यादा सीट लाये जिससे
की नरेंद्र मोदी अपने पूरी क्षमता का उपयोग करके देश को उम्मीदों के रास्ते पर ले
जा सके |
आज के लिए इतना काफी | नरेंद्र मोदी को प्रधान-मंत्री बनाने के लिए मै कोशीस करूंगा की इस चुनाव तक अपनी राय व्यकत
करके , भाजपा के समर्थकों को उत्साहित करता रहूं ताकी भारत
को एक सशक्त और प्रभावी नेतृत्व मिल सके |